अध्याय ७

झिनतुन जो अब चिनहट का प्रधान मंत्री था, उसे १% क्लब के साथ-साथ ९९% क्लब के बीच भी एक क्रूर विस्तारक के रूप में जाना जाता था. उसे क्रूरता के जीते-जागते प्रमाण के रूप में पहचाना जाता था. इसलिए वे चौबीसों घंटे उसके खौफ में जीते थे.

झिनतुन का बचपन ही उसके इस रूप का कारण था. वयस्कता में प्रवेश करने से पहले वह एक छोटे शहर की अत्यंत गरीब बस्ती में रहता था. वह हमेशा आस-पास के समृद्ध पड़ोस वाले बच्चों और बड़ों द्वारा उपेक्षा की दृष्टि से देखा जाता था.

झिनतुन को अपने ८० वर्ग फुट के कमरे से नफरत थी.

“मैं अपने लिए पूरी दुनिया चाहता हूँ. मुझे यहाँ घुटन महसूस होती है.” वह अकेले में रोता था. उसका मन लगातार इस विलक्षण महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने के चिंतन में व्यस्त रहता था. हालाँकि वह कभी किसी स्कूल में नहीं गया, लेकिन उसने अपने खुद के प्रयासों से पढ़ना सीखा. जल्द ही वह एक संजीदा वाचक बन गया. उनके पसंदीदा विषयों में शामिल थीं वे सब पुस्तकें जिनमे अमीर, शक्तिशाली और प्रसिद्ध कैसे बना जाये इसके गुर लिखे थे.

जैसे-जैसे वह अपनी किशोरावस्था के करीब आता गया, जीवन के प्रति स्पष्टता अचानक उस पर उजागर हो गई. यह उसका 'यूरेका' पल था. वह उत्साह में चिल्लाया, “राजनीति!! केवल राजनीति मुझे समृद्ध, शक्तिशाली और काफी आसानी से और निश्चितता के साथ प्रसिद्ध बना सकती है.” इसलिए उसने राजनीति को अपने दीर्घकालिक कॅरियर के रूप में गंभीरता से अपना लेने का फैसला कर लिया.

जल्द ही उसने खुद को शारीरिक ट्रेनिंग देना शुरू किया और अपने शरीर की एक मजबूत काया विकसित की. उसने गुंडागर्दी शुरू कर दी. वह जबरन वसूली करने वाला बन गया. उसने पास के झोंपड़ों के आवारा लड़कों को अपने गिरोह में भर्ती किया. लड़कों को उन क्षेत्रों को आवंटित किया गया जहाँ वे नागरिकों से सुरक्षा-धन के रूप में पैसा वसूलेंगे. उसने गिरोह पर बेरहमी से नियंत्रण किया. जब-जब लड़कों ने उसके लिए कुछ काम पूरे किये उसने लड़कों पर पैसे लुटाये. परन्तु जो उसकी बात नहीं मानते थे वह उन लोगों के प्रति बहुत क्रूर था. कभी-कभी वह एक छोटे से अपराधी को सिर्फ इस लिए मार देता था जिससे दूसरों को सबक मिले और सब उसकी दहशत में रहें.

साथ ही अगर कोई नागरिक सुरक्षा-राशि का भुगतान करने से इनकार करता तो वह उस परिवार के किसी न किसी सदस्य का सफाया करवा देता. लोग उसके आतंक से इतने घबराये रहते थे कि किसी को भी उसके खिलाफ सबूत देने की हिम्मत नहीं होती थी. हर कोई उससे बहुत डरता था.

वह जल्द ही एक निर्विवाद नेता बन गया.

“अब हम अन्य शहरों की झोंपड़ियों में जाएँ और अधिक से अधिक सदस्यता प्राप्त करें. इस देश में बहुत अधिक गरीब लोग हैं और हमें उनकी देखभाल करनी चाहिए,” उसने लड़कों को निर्देश दिया.

लड़के उसके खौफ में थे और सच्चाई से उसकी बात मान रहे थे. वे एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान करते थे, “बिग बॉस ने आदेश दिया है. बेहतर ढंग से उसकी आज्ञा मानो या फिर अपना एक अंग ढीला करवा लो या मर जाओ.”

एक बड़े से बंगले पर जबरदस्ती कब्जा करने के बाद अमीर और समृद्ध पड़ोस ने भी उसे प्रथम एक दादा के रूप में और बाद में एक नेता के रूप में स्वीकार कर लिया. बँगला बंद था क्योंकि उसके एक अकेले मालिक की मृत्यु के बाद उस पर दावा करने वाला कोई नहीं था.

"अब से यह बंगला मेरा घर बनने जा रहा है," झिनतुन ने घोषणा कर डाली. किसी ने भी उसका विरोध करने की हिम्मत नहीं की. झिनतुन ने अपना पहला मील का पत्थर हासिल किया.

एक दिन उसके दिमाग में एक नया विचार आया जब वह भूगोल की एक किताब पढ़ने में लीन था.

“यह एक बहुत सुंदर द्वीप है और चिनहट के काफी करीब है. मुझे भा गया है इसका १७५ वर्ग मील का क्षेत्र जो नीले समुद्र और हरे भरे बागानों से घिरा हुआ है. मुझे यह चाहिेए. वहाँ रहने वाले आदिवासी परिवार सरल लोग प्रतीत होते हैं. उन्हें बाकी दुनिया की कोई जानकारी नहीं है. उनके पास कोई आधुनिक हथियार नहीं है और उन पर विजय पाना बहुत आसान होगा.” उसने इस द्वीप का मालिक बनने का मन बना लिया.

अब तक देश में दूर-दूर तक उसके कई अनुयायी बन चुके थे. उसने अपने कुछ निष्ठावान अनुयायियों का इस्तेमाल अपनी निजी सेना बनाने के लिए किया. उसने अपनी निजी सेना के लिए नवीनतम और आधुनिक हथियार खरीदे.

उसने अपनी निजी सेना के प्रमुख को उस द्वीप की एक तस्वीर दिखाते हुए कहा, "अब से एक हफ्ते बाद इस द्वीप पर आक्रमण करो. द्वीप पर कब्जा करना हमारे लिए एक वॉकओवर जैसा होगा. लगभग २०० लोग उनके परिवारों के साथ द्वीप में निवास करते हैं. जो लोग विरोध करेंगे वे हमारी दया के पात्र नहीं हैं. उन्हें खत्म करो. हम अपने विभिन्न प्रोजेक्ट्स में बचे हुए लोगों को श्रमिकों के रूप में उपयोग में लाएंगे. आप लोगों को हमेशा की तरह पुरस्कृत किया जाएगा. अब द्वीप पर विजय प्राप्त किए बिना मुझे अपना चेहरा मत दिखाना.”

"जी श्रीमान. जैसा आप चाहें.” सेना-प्रमुख के पास कोई विकल्प नहीं था.

झिनतुन ने एक हफ्ते बाद विजय-समारोहों का दुनिया भर के टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया.

इस ब्रेकिंग न्यूज को बर्थ के सभी देशों में लाखों टीवी स्क्रीन पर फ्लैश किया गया जिसमे यह कहा गया:

“विकासशील देश चिनहट के सबसे प्रतिष्ठित राजनेता झिनतुन ने देश के उत्तर-पश्चिम में स्थित १७५ वर्ग मील में फैले एक द्वीप का अधिग्रहण किया है. हालाँकि अब यह उनकी निजी संपत्ति है, लेकिन उन्होंने उदारता से इसे अपने देश के लोगों को समर्पित कर दिया है. उन्होंने इस द्वीप के लिए कई परियोजनाएँ बनाई हैं. ये चिनहट के कई हजार नागरिकों के लिए राजस्व और रोजगार के कई महत्वपूर्ण अवसर पैदा करेंगी.”

अब तक झिनतुन पहले से ही सत्ताधारी पार्टी का एक महत्वपूर्ण पदाधिकारी था. इस खबर के साथ वह सत्ताधारी पार्टी  का एक महा-नायक और चिनहट का सबसे लोकप्रिय राजनेता बन गया. झिनतुन के लिए जगह बनाने के लिए वर्तमान प्रधान मंत्री को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. फिर जल्द ही झिनतुन ने देश के प्रधान मंत्री का पद संभाला.

एक के बाद एक मील के पत्थर तेजी से लांघ कर आनन-फानन में सर्वोच्च शिखर हासिल करके झिनतुन ने बर्थ के सभी बड़े और शक्तिशाली लोगों को चकित कर दिया. यहॉं तक कि सबसे अधिक शक्तिशाली राष्ट्रों और उनके शीर्ष राजनेताओं और उद्योजकों ने झिनतुन और उसके देश के साथ दोस्ती के सम्बन्ध बनाना शुरू कर दिए.

झिनतुन की विस्तारवादी मानसिकता ऐसी थी जो तृप्त न होने वाली थी. वह पूरी तरह से एक अलग मिट्टी से बना था. दषस्थान के प्रधान मंत्री लोभीलाल के साथ उसकी हाल की बैठक में दषस्थान की सीमावर्ती भूमि के अधिग्रहण का प्रस्ताव उसके अगले मील के पत्थर को पार करने के लिए एक और कदम था.

दषस्थान के इस बड़े हिस्से को हासिल करने की उनकी प्रमुख शर्त थी दषस्थान के खिलाफ युद्ध लड़ने की. उसे आसानी से चीजें हासिल करने की आदत नहीं थी. उसे मुफ्त का माल उड़ाने में मजा नहीं आता था. उसे दूसरों की चीजें जबरदस्ती छीनने की आदत थी.
_________________________________________________________________________________

अध्याय ६: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/08/blog-post_21.html
अध्याय ७: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/08/blog-post_22.html
अध्याय ८: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/08/blog-post_24.html
अध्याय ९: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/08/blog-post_27.html
अध्याय १०: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post.html
अध्याय ११: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_4.html
अध्याय १२: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_9.html
अध्याय १३: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_14.html
अध्याय १४: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_15.html
अध्याय १५: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_16.html
अध्याय १६: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_17.html
अध्याय १७: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_18.html
अध्याय १८: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_19.html
अध्याय १९: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_25.html
अध्याय २०: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_26.html
अध्याय २१: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_28.html
अध्याय २२: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_29.html
अध्याय २३: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/09/blog-post_69.html
अध्याय २४: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/10/blog-post.html
अध्याय २५: https://peacecrusaders-hindi.blogspot.com/2019/10/blog-post_3.html
_________________________________________________________________________________

Read free the following novels and stories on their respective blog sites:

1. सीमाओं के परे: एक अलग प्रेम कहानी   https://loveknowsnobounds-hindi.blogspot.com/2018/06/blog-post.html
3. The Peace Crusaders: https://peacecrusaders.blogspot.com/2014/11/the-peace-crusaders-chapter-2.html
4. Management Anecdotes (Funny and Not So Funny Short Stories): https://management-anecdotes.blogspot.com/
5. Stories for Children: https://stories-children.blogspot.com/
_________________________________________________________________________________

Books by Shyam Bhatawdekar and Dr Kalpana Bhatawdekar

Read Free: kindleunlimited, KOLL and amazonprime subscribers can read all the books free.

Management, Business, Self-help and Personality Development Books

1. HSoftware (Human Software) (The Only Key to Higher Effectiveness)
2. Sensitive Stories of Corporate World (Management Case Studies)
3. Sensitive Stories of Corporate World Volume 2 (Management Case Studies) (Volume 2)
4. Sensitive Stories of Corporate world (Volumes 1 & 2 Combined) (Management Case Studies)
5. Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
6. Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers (Volume 2)
7. Classic Team Building Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
8. 101 Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
9. Stress? No Way!! (Handbook on Stress Management)
10. HSoftware (Shyam Bhatawdekar’s Effectiveness Model)
11. Competency Management (Competency Matrix and Competencies)
12. Soft Skills You Can’t Do Without (Goal Setting, Time Management, Assertiveness and Anger Management)
13. Essentials of Work Study (Method Study and Work Measurement)
14. Essentials of Time Management (Taking Control of Your Life)
15. Essentials of 5S Housekeeping
16. Essentials of Quality Circles
17. Essentials of Goal Setting
18. Essentials of Anger Management
19. Essentials of Assertive Behavior
20. Essentials of Performance Management & Performance Appraisal
21. Essentials of Effective Communication
22. Health Essentials (Health Is Wealth)
23. The Romance of Intimacy (How to Enhance Intimacy in a Relationship?)

Novels, Stories, Biographies and Travelogues

24. The Peace Crusaders (Novel: how the peace crusaders established permanent peace on a war strewn planet?)
25. Love Knows No Bounds (Novel: refreshingly different love story. Also available with the title “Good People”)
26. Funny (and Not So Funny) Short Stories
27. Stories Children Will Love (Volume 1: Bhanu-Shanu-Kaju-Biju and Dholu Ram Gadbad Singh)
28. My Father (Biography)
29. Travelogue: Scandinavia, Russia
30. Travelogue: Europe
31. Travelogue: Central Europe
32. सीमाओं के परे: एक अलग प्रेम कहानी (Hindi version of “Love Knows No Bounds”)
33. अमन के सिपाही (Hindi version of  “The Peace Crusaders”)

Comments

Popular posts from this blog

अध्याय १०

अध्याय १

अध्याय ५