अध्याय १६


मिनमिन चिनहट के एक शीर्षस्थ विश्वविद्यालय में शक्ति द्वारा पढ़ाए जाने वाले अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम का अध्ययन करने बाली एक स्मार्ट, होशियार और साहसी छात्रा थी.

फिलहाल वह संस्था में शक्ति के कक्ष के एक आरामदायक सोफे पर आराम कर रही थी. शक्ति अपनी कुर्सी पर बैठा उसके चेहरे पर टकटकी लगाए था. उसे मिनमिन की चिंता थी. वह उसके होश में आने का इंतजार कर रहा था. मिनमिन का चेहरा सूजा हुआ था. उसका चेहरा फीका पड़ गया था और वह थकी हुई लग रही थी.

शक्ति सोचने लगा. “मिनमिन जैसी लड़की को आत्महत्या करने का यह सख्त और भयानक कदम क्यों उठाना पड़ा? वह पढ़ाई में तेज है. उसमे आत्म-विश्वास है. वह एक अच्छे परिवार से आती है. वह जवान और खूबसूरत है. तब क्यों? लेकिन अब वह बिलकुल ठीक लगने लगी है. डॉक्टर ने उसे खतरे से बाहर बताया है.”

जब वह अपने गहरे विचारों में था, तब उसने मिनमिन को कुछ हलचल करते देखा हालाँकि वह बेचैन लग रही थी. शक्ति फलों के रस के एक गिलास के साथ उसके पास पहुँचा. उसने कहा, “मिनमिन, अपनी आँखें खोलो. मैं तुहारा अर्थशास्त्र का प्रोफेसर हूँ. कृपया जूस पी लो.”

मिनमिन ने आज्ञा का पालन किया. उसने कुछ रस पी लिया. उसने आँखें खोलीं और कहा, “सर, मैं आपके कार्यालय में क्यों हूँ और वह भी आपके सोफे पर क्यों सो रही हूँ? कहीं आपने भी मेरा फायदा तो नहीं उठाया?”

"क्या उल्टा सीधा बोल रही हो? तुम यहाँ बिल्कुल सुरक्षित हो. मेरा फायदा उठाने से तुम्हारा क्या मतलब है?”

"वही जो इन दिनों उच्च पदों पर आसीन लोग कर रहे हैं," वह बोली और एक बार फिर बेहोश हो गई.

शक्ति ने अनुमान लगाया कि मिनमिन अभी भी किसी तरह के सदमे में थी. उसने मिनमिन के चेहरे पर थोड़ा पानी छिड़का. एक क्षण में वह होश में आई. उसने आँखें खोलीं. वह सोफे पर सीधी बैठ गई. वह शक्ति को उसे छूने या उसकी मदद करने की अनुमति नहीं देने वाली थी. उसने चेतावनी दी, "मुझे छूने की कोशिश मत करिये.”

शक्ति ने कहा, "मैं तुम्हे नहीं छूऊंगा, मैं वादा करता हूँ. क्या तुम जानती हो कि तुम आज मेरी कक्षा में बेहोश हो गई थी? मुझे क्लास खारिज करनी पड़ी. मैंने सभी छात्रों को बाहर भेज दिया और एक डॉक्टर को बुलाया.”

"क्या डॉक्टर ने पाया कि मेरे साथ बलात्कार किया गया है?” मिनमिन ने शक्ति से सतर्कता से पूछा.

“डॉक्टर ने ऐसा कुछ नहीं कहा. तुम इस तरह की असंगत बात कर रही हो जैसे कि तुम भ्रमित हो गई हो,” शक्ति ने कहा और फिर वह एक पल के लिए रुक गया. फिर बोलना जारी किया, “डॉक्टर ने केवल इतना उल्लेख किया कि तुम नींद की गोलियों के ओवरडोज के प्रभाव में बेहोश हो गई थी. उसने एक इंजेक्शन दिया और तुम अब हर खतरे से बाहर हो ऐसा घोषित किया. अब तुम मुझे बताओ कि तुमने ऐसा क्यों किया?"

"सर, मैं किसी भी प्रकार से भ्रमित नहीं हूँ. मैं अभी पूरी तरह से अपने होश में हूँ. कृपया मुझ पर भरोसा करें. कल रात मेरे साथ बलात्कार किया गया. मुझे खुद पर शर्म आ रही थी और मैं खुद को मार डालना चाहती थी. इसलिए मैंने यहाँ आपकी क्लास में बैठकर कई नींद की गोलियाँ खाईं. मै परीक्षा के दिनों में कभी-कभी नींद की एकाध गोली ले लेती हूँ. यही कारण है कि मेरी पर्स में नींद की गोलियों की बोतल हमेशा रहती है.”

“जब एक महिला उस पर किये गए बलात्कार के बारे में खुद होकर बताती है तो मुझे उस पर विश्वास करना पडेगा. कोई भी महिला कभी ऐसा नहीं कहेगी. जब तक यह सच नहीं है, तब तक कोई भी महिला ऐसा बताकर खुद को अपमानित नहीं करेगी. इसलिए मुझे तुम पर पूरा विश्वास है. क्या तुम मुझे इसके बारे में और बताना चाहोगी?”

“मैं आपको सब कुछ बता दूंगी, सर. मुझे इसे किसी न किस को तो बताना ही होगा अन्यथा मैं पागल हो जाऊंगी. आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जिसका मैं सम्मान करती हूँ. मुझे यह भी पता है कि आप कई छात्रों की मदद करते रहे हैं जब भी उन्हें किसी तरह की मदद की जरूरत पडी है. इसलिए मैं आपको बताऊंगी. इससे पहले मैं जानना चाहती हूँ कि क्या डॉक्टर ने मेरे मामले को आत्महत्या के रूप में प्रमाणित किया है? ऐसा प्रमाण-पत्र इस मामले को और जटिल कर देगा.”

“मैं इस बारे में तुमसे सहमत हूँ. इसीलिये मैंने डॉक्टर से अनुरोध किया कि वह प्रमाण-पत्र में लिखे कि तुम अति-थकावट के कारण बेहोश हुई थी. डॉक्टर मेरा मित्र है. इसलिए वह मान गया. क्या तुम अब संतुष्ट हो?"

शक्ति ने मिनमिन की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा की.

“धन्यवाद सर, यह सब करने में आप बहुत विचारशील रहे हैं. अब कृपया मेरी बेइज्जती की दास्तान सुनिए. मैं शपथ लेती हूँ कि मैं आपको जो बताऊंगी वह १००% सत्य है. किन्तु मैं आपसे निवेदन करूंगी कि इसे आप किसी को भी मत बताइये.”

"मैं वादा करता हूँ.”

"ठीक. तो सुनिए. कल जब मैं अपने छात्रावास के कमरे में पहुँची, तो मेरे कमरे में अच्छे से कपड़े पहने एक सभ्य सा दिखने वाला व्यक्ति आया और उसने खुद को प्रधान मंत्री के कार्यालय के एक अधिकारी के रूप में पेश किया. उसके व्यवसाय कार्ड में उसका पद चिनहट के प्रधान मंत्री के कार्यकारी सहायक के रूप में दर्शाया गया था- पशु झिनतुन का सहायक!” मिनमिन ने गुस्से से कहा. 

शक्ति ने पूछा, "वह तुम्हारे रहने के ठिकाने को कैसे जानता था?”

"यहाँ मैं आपको बता दूँ कि मैंने अपना डिग्री कोर्स पूरा करने की प्रत्याशा में कुछ चुनिंदा संस्थाओं को नौकरी के लिए आवेदन किया था, उनमें से एक प्रधानमंत्री का सचिवालय था. उन्हें एक अर्थशास्त्री की जरूरत थी. उस कार्यकारी सहायक ने मुझे बताया कि मैं अर्थशास्त्री के पद के लिए एकदम उपयुक्त पाई गई. उसने यह भी बताया कि झिनतुन मेरे बायो-डेटा से बहुत प्रभावित था. इसलिए झिनतुन को मेरा इंटरव्यू लेने में काफी दिलचस्पी थी.”

“लेकिन झिनतुन ने उसके कार्यकारी सहायक को व्यक्तिगत रूप से तुमसे संपर्क करने के लिए क्यों भेजा? वह अपने कार्यालय से तुमको फ़ोन करके या ईमेल द्वारा साक्षात्कार के बारे में सूचित करने के लिए कह सकता था जैसा कि सामान्य रूप से किया जाता है.”

“मैंने भी यही सोचा. कार्यकारी सहायक से यही सवाल पूछने पर उसने मुझे काफी मुमकिन लगने वाला ठोस स्पष्टीकरण दिया. उसने उल्लेख किया कि अर्थशास्त्री का पद प्रधानमंत्री के सचिवालय में ही था और यह रणनीतिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण पद था. जो व्यक्ति इस पद के लिए चुना जाएगा उसे अक्सर प्रधान मंत्री के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता होगी. प्रधान मंत्री को एक अत्यधिक बुद्धिमान, युवा और ताजा खून वाले व्यक्ति की चाह थी. झिनतुन ने अब तक कई आवेदकों का इंटरव्यू लिया था लेकिन कोई भी उसे प्रभावित नहीं कर सका. जब उसने मेरा रिज्यूमे देखा तो उसे ऐसा लगा कि आखिरकार उसे एक सही व्यक्ति मिल गया है. इसलिए वह मुझसे ईमेल या फोन कॉल के जरिये संपर्क नहीं बनाना चाहता था बल्कि अपने दूत को मेरे पास भेजना चाहता था, जो व्यक्तिगत रूप से मुझे इस नियुक्ति के बारे में समझा सकें.”

"तो तुम अपनी ऐसी तारीफ से सातवें आसमान पर पहुँच गई होगी?” शक्ति ने पूछा.

"जाहिर है. किसी भी प्रकार के संदेह की कोई गुंजाइश ही नहीं थी. बस यहीं मैंने अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती की. मैं सातवें आसमान पर तैर रही थी. मैंने उसी क्षण से विश्व स्तरीय अर्थशास्त्री बनने का सपना देखना शुरू कर दिया.”

"तो वह कार्यकारी सहायक तुम्हे कहाँ ले गया?"

“कार्यकारी सहायक मुझे प्रधानमंत्री के निजी कार्यालय में ले गया. यह एक भव्य हवेली थी. प्रधान मंत्री का चैंबर उस हवेली के गहरे आंतरिक भाग में स्थित था जहाँ प्रधानमंत्री की अनुमति के बिना प्रवेश करना असंभव था. कार्यकारी सहायक ने मुझे प्रधान मंत्री के निजी सचिव को सौंप दिया. वह एक अच्छी दिखने वाली महिला थी. उम्र करीब बत्तीस-पैंतीस की. किन्तु उसके चेहरे पर उदासी छाई हुई थी.”

"क्या कार्यालय में कोई और था?"

“कोई नहीं, केवल मैं और वह सचिव. वह मेरी राह देख रही थी. मैंने उसकी अपॉइंटमेंट्स की डायरी पर अपना नाम देखा. उसने मुझे सिर्फ दो मिनट रुकने के लिए कहा और फिर एक असाधारण बात हुई. वह फुसफुसाई, “जाओ. चली जाओ. प्रधान मंत्री से मत मिलो.” मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया. यह देखकर फिर उसने एक बहुत छोटा सा कागज़ मेरी तरफ खिसकाया और मुझे मेरी पर्स में जमा करने को कहा. वह बोली, “यदि तुम इंटरव्यू में भाग लेने के आग्रह पर तुली हो तो तुम इंटरव्यू के पश्चात तुम्हारे छात्रावास के कमरे में पहुँचने के बाद यह कागज देख लेना.”

"क्या तुमने देखा कि चिट पर क्या लिखा था?"

"तभी मुझे प्रधानमंत्री के कक्ष के अंदर बुलाया गया और इस कारण उस चिट पर क्या लिखा था उसे मैं पढ़ नहीं पाई. मैंने उसकी सलाह पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया और प्रधानमंत्री से मिलने की ठान ली. काश मैंने उसकी सलाह सुनी होती!”

शक्ति ने मिनमिन को एक गिलास में संतरे का रस दिया. उसे लगा कि उसे आगे क्या हुआ यह बताने के लिए ताकत की जरूरत पड़ेगी.

मिनमिन ने कुछ रस पिया और फिर बोली, “उस जानवर झिनतुन ने एक सज्जन की तरह मेरा स्वागत किया. उसने मुझसे अनुरोध किया कि मैं उसके ख़ास मेहमानों के लिए रखे हुए आलिशान सोफे पर बैठूँ. फिर उसने मुझे फलों के रस का एक गिलास दिया. मुझे प्यास लगी थी और मैंने रस पी लिया. फिर उसने सही मायनों में इंटरव्यू शुरू किया. किन्तु कुछ ही मिनटों में मुझे चक्कर आने लगे. यह उस रस का प्रभाव था. फिर झिनतुन ने अपनी ऐयाशी के रंग दिखाने शुरू किये. उसने मेरे साथ बलात्कार किया. मैं बहुत चिल्लाई और उससे लड़ने की कोशिश की. मैं कराटे चैंपियन होने के बावजूद उससे लड़ नहीं पाई, उसका मुकाबला नहीं कर सकी. झिनतुन द्वारा दिए गए उस पेय के कारण मैं बेहोशी की हालत में थी. मैं एक कुँवारी लड़की हूँ और मैंने गंभीर दर्द का अनुभव किया. यह केवल शारीरिक दर्द नहीं था बल्कि सबसे खराब तरह के अपमानित होने का दर्द भी था. मैं बहुत दुखी भी थी क्योंकि मैं खुद को बचा नहीं सकी थी.”

शक्ति ने कहा, "तुम उस समय शक्तिहीन हो गई थी और इसलिए विरोध में झगड़ने की स्थिति में नहीं थी. इसलिए इसमें तुम्हारा कोई दोष नहीं है.”

“हाँ, मैं दवा के प्रभाव में पूरी तरह से शक्तिहीन महसूस कर रही थी. मैं पूरी तरह से बेजान हो गई थी. जब मैं होश में आई तब मैंने अपने आप को छात्रावास के कमरे में अपने बिस्तर पर पाया. इसमें मेरी कोई गलती नहीं थी. फिर भी मुझे बहुत बुरा लगा. मैं न खा सकती थी और न ही सो सकती थी. फिर भी मैं अपने आप को जबरदस्ती आपकी कक्षा में खींच लाई. मैं इस हादसे से लड़ने के लिए दृढ़ थी. मैं आमतौर पर मजबूत दिमाग की व्यक्ति हूँ. लेकिन इस आघात ने मेरी सोचने की क्षमताओं को और मेरी इच्छा-शक्ति को पछाड़ दिया और न चाहकर भी मैं नींद की गोलियों की अधिकता का शिकार हो गई. मैं मेरी पर्स में उनकी एक बोतल रखती हूँ.”

शक्ति ने कहा, "मैंने तुम्हे बाकी बातें बताई हैं.”

"सर, मुझे खुशी है कि मैं जीवित हूँ. अब मैं इसका मुकाबला करना चाहती हूँ.”

“झिनतुन जैसे दुष्ट और कपटी से लड़ना आसान नहीं है. उसकी क्रूरता के किस्से अधिकांश लोग जानते हैं. इसलिए यदि तुम उसे सबक सिखाना चाहती हो तो तुम्हे अपने मस्तिष्क को काम पर लगाना होगा. तुम्हे उसे दंडित करने के लिए एक अचूक योजना के बारे में गभीरता से सोचना होगा.”

“मैं अपना बदला जरूर लेना चाहूंगी. लेकिन जैसा कि आपने कहा मुझे इसे बहुत व्यवस्थित और अचूक तरीके से करना होगा. मैं दृढ़ निश्चयी हूँ और मैं चाहती हूँ कि उस कीड़े को जल्द से जल्द सजा दी जाए. इसलिए मैं एक फूलप्रूफ प्लान बनाउंगी. सर, हालाँकि मैं इसे अपने दम पर करना चाहूंगी लेकिन क्या मैं कभी-कभार आपके साथ सलाह कर सकती हूँ. मुझे आपकी सलाह की जरूरत पड़ेगी,” मिनमिन ने कहा.

"ज़रूर," शक्ति ने पुष्टि की. "हमारा पहला तात्कालिक कदम उस कागज को देखना होगा जो झिनतुन के निजी सचिव ने तुम्हे दिया था.”

मिनमिन ने अपना पर्स खोला और कागज के टुकड़े को खोज कर बाहर निकाला. फिर उसे शक्ति को जाँचने के लिए दिया.

शक्ति ने कागज पर लिखी बात का अध्ययन किया. उसने कहा, “मिनमिन, मुझे लगता है कि यह किसी तरह का पता है. लगता है कि निजी सचिव ने तुम्हे एक पता दिया है जहाँ तुम्हे पहुँचने का संकेत दिया है.”

"क्या आप मेरे साथ चलेंगे सर?"

"मे आऊँगा.”

निजी सचिव ने जो पता दिया था वह उसके घर का पता था. उसका घर चिनहट की राजधानी के एक दूरदराज के कोने में स्थित था. उसके एकांत में रहने का एक कारण था.

जब शक्ति और मिनमिन उसके आवास पर मिले और एक-दूसरे से सही तरीके से परिचय कराया, तो उसने बताया, ''उस जानवर झिनतुन ने जीने के लिए मेरी रुचि और उत्साह को मार दिया. इसीलिए मैंने इस दुर्गम स्थान पर रहना चुना जहाँ मैं शान्ति से एकांत में रह सकती हूँ. सच कहूँ तो मैं अपने गाँव की एक मस्त अल्हड लड़की थी. परन्तु घर में गरीबी थी और अपने परिवार को आर्थिक सहारा देना जरूरी था. इसलिए एक अच्छा वेतन पाने की मजबूरी मुझे इस शहर में ले आई. मैंने यहाँ एक संस्थान से पर्सनल सेक्रेटरीशिप का पाठ्यक्रम पूरा किया. एक दिन झिनतुन के कार्यकारी सहायक ने मुझे उस संस्थान में देखा. वह उन लड़कियों की तलाश में शहर भर घूमता रहता था जो दिखने में सुंदर हों और जो उसके चंगुल में आसानी से फँस जाएँ. कार्यकारी सहायक का मुख्य काम झिनतुन के लिए एक दलाल के रूप में कार्य करना है."

"मतलब?" मिनमिन ने पूछा.

“यद्यपि उसके पद की उपाधि है कार्यकारी सहायक, लेकिन उसका प्राथमिक काम रोजाना लड़कियों और महिलाओं को झिनतुन के लिए खरीदना है. झिनतुन ने शादी नहीं की है और उसे समय-समय पर केवल कुँवारी लड़कियों के साथ सोने की आदत है. उससे ऐयाश शख्स मैंने अब तक देखा नहीं है. मुझे एक निजी सचिव की अत्यधिक ज्यादा वेतन वाली नौकरी के वादे का लालच दिया गया और इस तरह मैं फँस गई. अंततः मैं झिनतुन की वासना का शिकार बन गई. मुझे काम तो सब ठीक-ठाक मिला लेकिन मुझे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी. अब मैं रोजाना सौ बार मरती हूँ.”

"यही कारण है कि आपने मुझे चेतावनी दी थी. मैं आपके संकेत का पालन नहीं करने वाली एक सबसे बड़ी मूर्ख लड़की साबित हुई. अगर मैं आपके इशारे पर चलती तो मैं आज इस बद-हालत से नहीं गुजरती. क्या आपने झिनतुन द्वारा बुलाई गई अन्य लड़कियों को भी इसी तरह की चेतावनी दी थी?” मिनमिन ने पूछा.

“नहीं. मैं हमेशा झिनतुन से बहुत डरती हूँ. वह बहुत ही खतरनाक आदमी है. वह मुझे मार डालेगा अगर मैं ऐसा कुछ करती हुई पकड़ी गई. लेकिन जब मैंने आपको व्यक्तिगत रूप से देखा तो मैंने साहस जुटाया. इसलिए मैंने आपको चेतावनी दी और कागज के उस टुकड़े को आपके पास खिसका दिया. आपके बायो-डेटा से मुझे पता था कि आप उच्च शिक्षित हैं. जब मैं आपसे मिली तो मैंने पाया कि आप साहसी और दृढ़ संकल्प वाली महिला हो. इसलिए मैंने पहिले तो आपको बचाने की कोशिश की. जब आपने मेरी चेतावनी पर अमल नहीं किया तो मैंने मेरे घर का पता आपको दे दिया. मैं चाहती थी कि आप मुझ से मिलें और उस समय मैं झिनतुन से बदला लेने की मेरी योजना के बारे बता सकूँ.”

मिनमिन उत्तेजित हो गई और उसने तुरंत पुष्टि की, "हमें उसे इतनी कड़ी सजा देनी चाहिए कि वह उसके जघन्य कृत्य को न दोहराए.”

“लेकिन आप भावना-वश होकर यह कार्य नहीं कर सकते. आप दोनों बदला लेना चाहते हो. हो सकता है कि कुछ और लड़कियाँ जो झिनतुन का शिकार बनी, वे भी ऐसा करना चाहती हों. लेकिन आप दोनों को मेरी सलाह है कि आप एक फूलप्रूफ प्लान तैयार करें और उसे बहुत सावधानी से अंजाम दें.”

दोनों शक्ति से सहमत हुईं.

फिर शक्ति, मिनमिन और निजी सचिव ने आपस में लंबे समय तक चर्चा की. देर शाम को जब शक्ति और मिनमिन ने निजी सचिव का घर छोड़ा तब उन्होंने एक योजना को अंतिम रूप दे दिया था.
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