अध्याय १८


१ मई.

उसे झोपड़ी कह लो या कुटिया कह लो. उसकी बाहरी दिखावट वाकई एक झोपड़ी जैसी ही थी. वह घर बाहर से एक साधारण झोपड़ी जैसा दिखता था, लेकिन उसका आंतरिक भाग और उसका फैलाव किसी भी विशाल हवेली को मात दे सकता था. इसमें तीन तलघर थे हालाँकि झोपड़ी जैसी बाहरी बनावट ने हवेली की विशालता को छुपा दिया था. दषस्थान के लोग लोभीलाल और उनकी पत्नी से उनकी सादगी के लिए प्यार करते थे.

अब शाम हो चुकी थी. लोभीलाल और उसकी पत्नी ने गुशनेल और हेलन के सम्मान में एक निजी पार्टी की व्यवस्था की थी.

पार्टी शुरू होने से पहले आदर्श ने हेलन से मुलाकात की. उसने कहा, “मैं आपकी योजना में थोड़ा बदलाव करने का सुझाव देता हूँ. बाबू, पार्टी का हेड-वेटर, आपकी ओर से योजना को आगे बढ़ाएगा. वह सभी संसाधनों से लैस है और इसलिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. बस पार्टी का आनंद लें.”

आदर्श ने फिर हेलन को नई योजना के बारे में विस्तार से बताया. उसने इसमें हेलन और बाबू की भूमिकाओं के बारे में भी समझाया. उसने हेलन को बताया कि उसने पहले ही बाबू को सारी योजना विस्तार से बता दी है.

आज रात की पार्टी के लिए लोभीलाल ने राष्ट्रपति गुशनेल से पड़ोसी देश पाशान के प्रधान मंत्री हयान पर पार्टी में शामिल होने के लिए दबाव बनाने का अनुरोध किया था. यह पड़ोसी देश पाशान बिगलैंड का राजनीतिक सहयोगी है. लोभीलाल चाहता था कि गुशनेल प्रधानमंत्री हयान को युद्ध विराम की घोषणा करने और युद्ध को रोकने के लिए राजी करे. पाशान के प्रधान मंत्री हयान ने लोभीलाल के देश दषस्थान पर युद्ध छेड़ रखा है. लोभीलाल जानता था कि गुशनेल का हयान पर अच्छा खासा प्रभाव था. वास्तव में गुशनेल ही व्यावहारिक रूप से हयान का वास्तविक बॉस था.

लोभीलाल खुद को युद्ध विराम के माध्यम से शांति का प्रचारक जतलाना चाहता था और इसके जरिये अपने देशवासियों और बाकी ग्रह को प्रभावित करना चाहता था. उसका लक्ष्य इस साल शांति के लिए सर्वोच्च रैंकिंग पुरस्कार "बर्थ प्राइज" हासिल करना था.

इस राजनयिक पार्टी में आमंत्रित एक और व्यक्ति था दषस्थान की सशस्त्र सेनाओं का प्रमुख. लोभीलाल के साथ उसके विशेष संबंधों के कारण वह हमेशा से ही इस तरह की सभी बैठकों और पार्टियों का स्थाई सदस्य बन चुका था. आखिरकार वह सभी अंडरहैंड डीलिंग में लोभीलाल का बिजनेस पार्टनर जो था!

इसलिए वर्तमान मीटिंग में न केवल युद्ध और युद्धविराम के एजेंडे के लिए बल्कि एक और महत्वपूर्ण एजेंडे के लिए भी उसकी उपस्थिति की आवश्यकता थी. बिगलैंड से हथियार की एक बड़ी खेप खरीदकर, बिगलैंड के राष्ट्रपति से मोटी किकबैक के रूप में भारी व्यक्तिगत लाभ निकालने के लोभीलाल के बड़े इरादे थे. उसका सशस्त्र बलों का प्रमुख लोभीलाल के इस तरह के धूर्त कामों में दलाली करने का काम बड़ी निपुणता से निभाता था. इसलिए वास्तव में इस पार्टी का प्रमुख उद्देश्य शानदार रीति से गुशनेल का मनोरंजन करके इस तरह के कुकर्म को पूरा करना था.

दिलचस्प बात यह थी कि बिगलैंड ही दषस्थान के कट्टर दुश्मन देश पाशान को भी सभी तरह के हथियारों की आपूर्ति करता था.

शाम की शुरुआत शिष्टाचार और गपशप के आदान-प्रदान के साथ हुई. लोभीलाल और उसकी पत्नी ने व्यक्तिगत रूप से उनकी कुटिया के अंदर मेहमानों का स्वागत किया. आदर्श सहित सभी मेहमानों के सुरक्षा कर्मचारी कुटिया के बाहर स्थित सुरक्षा लाउंज में तैनात थे.

प्रारंभिक फैलोशिप समाप्त होने के बाद, लोभीलाल की पत्नी बोली, "क्या मैं लेडी हेलन और सभी सज्जनों से अनुरोध कर सकती हूँ कि आप मुझे मेरी मामूली कुटिया में आपका एक छोटा दौरा कराने की इजाजत दें? इसी कुटिया में मेरे पति और मैं अपनी सेवानिवृत्ति के बाद हमारा घर बसा लेंगे.”

कुटिया के अंदरूनी हिस्से की भव्यता का प्रदर्शन करने वाले असंख्य कमरे, बाथरूम, सोने से जड़ीं दीवारें, झूमर, क्रॉकरी, चांदी के बर्तन, फर्नीचर आदि के अलावा जो वस्तुएँ अत्यधिक आश्चर्यचकित करने वाली थीं उनमे १७० किलोग्राम सोना, १५० किलोग्राम हीरे, ४,५०० जूतों और कुछ १४,५०० ड्रेसेज का संग्रह शामिल था.

दुनिया में और कोई इस तरह की बहुतायत और अश्लीलता का दावा नहीं कर सकता था.

कुटिया के काफी लंबे दौरे के समापन पर लोभीलाल ने विनम्रता के साथ कहा, "आशा है कि आपको हमारी छोटी सी झोपड़ी पसंद आई होगी."

हेलन और गुशनेल ने बहुत बुरा महसूस किया. उन्होंने महसूस किया कि उन्होंने जो देखा उसके मुकाबले उनका खुद का धन मूंगफली बराबर था. और जो कुछ उन्होंने देखा वह केवल सेवानिवृत्ति वाले घर में खड़ी आंशिक संपत्ति थी. लोभीलाल और उसकी पत्नी ने उनकी बाकी भारी-भरकम संपत्ति उनके वर्तमान आधिकारिक महल नुमा निवास-स्थान में पहिले ही जमा कर रखी थी. फिर भी गुशनेल और हेलन ने नकली प्रशंसा में सिर हिलाया.

ड्राइंग रूम में सभी आराम से सोफ़े पर बैठ गए. बाबू हेड-वेटर ने उन्हें सबसे महंगे मादक पेय का पहला कोर्स और सबसे अच्छा भोजन दिया.

ऐसे मौकों पर लोभीलाल ने उपस्थित सुरक्षा कर्मचारियों, अधिकारियों और नौकरों को बुलवाकर और उन्हें बढ़िया शराब और भोजन देकर अपनी उदारता को प्रचारित करना एक नियम बना दिया था.

इसलिए उसने अपने हेड-वेटर को आदेश दिया, "बाबू, जब आप हमारी सेवा कर रहे हैं, तो कृपया साथ-साथ झोपड़ी के आसपास मौजूद प्रत्येक स्टाफ सदस्य का उन्हें पेय और रात्रिभोज देकर उनका ध्यान रखना सुनिश्चित करें." ऐसा कहते हुए उसने गुशनेल और हेलन के चेहरों पर अपनी निगाहें टिकाए रखीं. उनके चेहरे पर एक ही समय सराहना और भावुक अभिव्यक्ति दिखाई दी. वह उसके द्वारा गुशनेल और हेलन पर बनाए गए प्रभाव के लिए खुद से बहुत संतुष्ट हुआ.

उत्तमोत्तम पेय और खाने के पदार्थ परोसने के दूसरे राउंड के साथ पार्टी पूरे जोश-ख़रोश से अपने उफान तक पहुँच गई.

बाबू मेहमानों और कर्मचारियों को पूर्ण दिलचस्पी के साथ सर्विस दे रहा था.

..........

१ मई.

ऊपरी सतह पर झिनतुन की निजी सचिव ने हर तरह से झिनतुन के साथ बहुत ही अंतरंग संबंध बनाए रखे थे हालाँकि वह वास्तव में उससे दिल से नफरत करती थी. वह उसकी इस चाल को उस समय तक जारी रखना चाहती थी जब तक वह झिनतुन से अपना बदला लेने के लिए तैयार नहीं हो जाती.

आज सुबह वह झिनतुन के कार्यालय में गई, उसके लिए एक पेय डाला, हमेशा की तरह उसकी गोद में बैठ गई और रात के लिए झिनतुन के कार्यकारी सहायक द्वारा चुनी गई एक नई लड़की की तस्वीर उसे दिखाई.

झिनतुन ने लड़की की तस्वीर को काफी ध्यान से जाँचा.

उसने कहा, “सर, आज तक आपको दी जाने वाली लड़कियों में यह सबसे खूबसूरत लड़की है. मैं इस अवसर को आपके लिए एक यादगार अवसर बनाना चाहती हूँ. इसलिए हम आपके लिए इसे बहुत खास बनाने जा रहे हैं. अन्य लड़कियाँ जिन्होंने पहले आपकी कंपनी का आनंद लिया था, इस नई लड़की को आपके सामने पेश करेंगी. मैं व्यक्तिगत रूप से उन सभी लड़कियों का चयन करूंगी जिन्होंने आपको सबसे अच्छी तरह की खुशी दी थी. मुझे आपके स्वाद के बारे में पता है. मैं भी इस मदनोत्सव में शामिल हो जाउंगी. यह सारा प्रोग्राम आपके निजी में विला होगा, आपके निजी कार्यालय में नहीं. निजी कार्यालय साधारण कार्यक्रमों के लिए और असाधारण कार्यक्रमों के लिए आपका निजी विला. यही तो आपका नियम है, है न?”

"जब तुम मेरे लिए इस तरह के शानदार उपहार वाले उत्सव का आयोजन कर रही हो तो क्या इसके लिए तुम्हे मेरी अनुमति की जरूरत है?"

झिनतुन उसकी पर्सनल सेक्रेटरी द्वारा रखे गए प्रस्ताव से बहुत प्रभावित हुआ और बहुत खुश भी. मन में अभी से लड्डू फूटना शुरू हो गए.

"सर, क्या हम आपके निजी विला में शाम ८ बजे कार्यक्रम शुरू करें?”

"हाँ.”

उसने कुछ दस लड़कियों से संपर्क किया. ये लड़कियाँ बड़ी संख्या में महंगे उपहार पाने के वादे के बदले में एक बार फिर प्रधानमंत्री को खुश करने को तैयार हो गईं.

उसने मिनमिन से भी संपर्क किया.

तब मिनमिन शक्ति से उसके कार्यालय में मिली. उसने शक्ति को सूचित किया, “जैसा कि तय हुआ था प्रधानमंत्री झिनतुन के निजी विला में आज रात ८ बजे कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया है. झिनतुन की निजी सचिव के अतिरिक्त ग्यारह और लड़कियाँ हमारे साथ होंगी.”

शक्ति ने कहा, "कृपया आगे बढ़ो और झिनतुन की निजी सचिव की मदद से योजना को अंजाम दो. मैं भी खुद को तैयार रखूंगा.”

झिनतुन के कार्यालय में उसकी पर्सनल सेक्रेटरी ने लगभग ५ बजे प्रवेश किया. उसने झिनतुन को शराब पिलाई, उसकी गोद में बैठ गई, एक अति-कामुक चुंबन लिया और कहा, “सर, मैं अब विला जा रही हूँ. मैं इस अवसर के अनुरूप सभी व्यवस्थाएँ करूंगी- सजावट, प्रकाश व्यवस्था, टेपेस्ट्री, कालीन, लिनन, तौलिए, साबुन, इत्र, कपड़े, चांदी के बर्तन, क्रॉकरी, पेय, भोजन, हर वह चीज़ जो आवश्यक है. और हाँ, एक और बात- मैं आपके सभी विला स्टाफ को उस समय छुट्टी दे दूंगी जब हम लड़कियाँ आपके साथ अकेली होंगी. यह विला के लिए हमारा हमेशा का सामान्य प्रोटोकॉल है. विला की सख्त इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा प्रणाली हमेशा की तरह चालू रहेगी. आप कृपया ८ बजे तक वहाँ पहुंचे. बाय, सर.”

"मुझे 'सर' मत कहा करो, मैंने तुम्हे कितनी बार बताया है.”

"बाय डार्लिंग," उसने झिनतुन को एक और भद्दा सा कामुक चुंबन दिया. "मैं हमेशा आपको भविष्य में ‘डार्लिंग’ कहके संबोधित करूंगी." फिर वह विला के लिए रवाना हो गई.

विला में उसने सब कुछ सही मुस्तैदी में रखा था. शाम ६.५५ को उसने विला के पूरे स्टाफ को जगह छोड़ने का निर्देश दिया. यह उनके लिए काफी आम बात थी. 

शाम ७.०० बजे कार्यकारी सहायक उस दिन की ख़ास लड़की को अपने साथ लाया. उसे उसने निजी सचिव को सौंप दिया और तुरंत विला छोड़ कर चला गया.

७.१५ बजे दस लड़कियाँ उसके साथ शामिल हुईं.

उसने विला के एक कमरे में लड़कियों को इकट्ठा किया.

वे सभी आशंकित लग रही थीं. उन्हें डर था कि झिनतुन एक बार फिर उनकी इज्जत लूट कर उन्हें दोबारा अपमानित करेगा.

झिनतुन की पर्सनल सेक्रेटरी ने इस महफ़िल में पहली बार आई नई लड़की को संबोधित किया, "क्या तुम जानती हो कि तुम्हे यहाँ क्यों लाया गया है? शायद तुम इसे पूरी तरह से नहीं जानती होगी. मैं स्पष्ट कर दूँ कि तुम्हे प्रधान मंत्री झिनतुन को खुश करने के लिए यहाँ लाया गया है. और झिनतुन को खुश करने का मतलब है उसके द्वारा बलात्कार किए जाना.”

इस बात को सुनकर लड़की हैरान हुई और घबरा गई.

निजी सचिव ने आगे कहा, "डरो मत. यदि तुम मेरे निर्देशों का पालन करोगी तो तुम्हे झिनतुन के अत्याचारी कृत्य का शिकार नहीं होना पड़ेगा और तुम उसके घृणित इरादों के लिए उससे बदला लेने में सक्षम होगी. चिंता मत करो. तुम अभी भी उन ढेर सारे उपहारों की हकदार होगी जिनका वादा कार्यकारी सहायक ने तुमसे तुम्हारे आज रात की यहाँ की हाजरी के बदले किया है.”

लड़की ने कुछ आश्वस्त महसूस किया. उसने कहा, “ठीक है. मैं आपके निर्देशों का पालन करूंगी. मैं बलात्कार का शिकार नहीं होना चाहती.”

निजी-सचिव ने तब अन्य लड़कियों को संबोधित किया.

“आराम से बैठो लड़कियों. मुझसे ज़रा भी मत डरो कि मैं झिनतुन की सचिव हूँ और मैंने तुम सब को दूसरी बार बुलाया है. आज यह पूरी तरह से अलग उद्देश्य के लिए है. आज शाम हम झिनतुन को उसके सभी गंदे कामों की सज़ा देने वाले हैं, जो गंदे काम उसने न केवल तुम्हारे साथ किये बल्कि मेरे साथ भी. सच कहूँ तो मैं भी तुम में से एक हूँ. झिनतुन के हाथों मैं भी उसी शर्मनाक अपमान का शिकार हो चुकी हूँ. इसीलिए मैं तुम सब से पूछना चाहती हूँ कि यदि तुम्हे झिनतुन के साथ मनमानी करने की छूट दे दी जाए तो तुम में से कितनी लड़कियाँ झिनतुन को दंडित करना चाहेंगी? कृपया अपने हाथ उठाओ.”

सभी दस लड़कियों ने तुरन्त हाथ उठाये. उनमें से एक ने रोते हुए कहा, “अगर मौका दिया जाए तो मैं उस कीड़े को मेरी जूती के तले मसल दूंगी”. एक और लड़की शामिल हुई और चिल्लाई, "मुझे भी १००% यकीन है कि मैं उसे मार डालना चाहूँगी अगर मुझे इसकी आज़ादी दे दी दिया जाए और मुझे कोई सजा न हो."

"ठीक. अच्छा, सुनो लड़कियों, हम अब सब इसमें साथ हैं. तो आज का कार्यक्रम झिनतुन को कड़ी सजा देने और उससे बदला लेने के लिए है. इसके लिए तैयार हो जाओ. अब मैं तुम्हे अपने काम करने का तौर-तरीका समझाउंगी. सारी लड़कियाँ झिनतुन को मनोरंजित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी. तुम सब पूरे मनोयोग से सामूहिक काम-क्रीड़ा में शामिल होने और आनंद लेने का नाटक करोगी. झिनतुन को शराब पिलाने में भी अपनी कंपनी दोगी. मैं तुम्हारी मदद से बाकी का काम संभालूंगी. मुझे और जो मदद लगेगी उसके बारे में मैं उसी समय बताउंगी.”

सभी ग्यारह लड़कियाँ अब बहुत खुश थीं कि आखिरकार वे बदला ले सकेंगी.

मिनमिन जल्द ही उनके साथ जुड़ गई और बाकी लड़कियों से उसे मिलवाया गया.

शक्ति विला के बाहर रुका रहा. लड़कियों में से किसी ने भी उसे नहीं देखा. केवल मिनमिन और पर्सनल सेक्रेटरी को उसकी उपस्थिति का पता था.

८ बजे झिनतुन पहुँचा. वह समय का पाबंद था.

जैसे ही झिनतुन ने विला में प्रवेश किया, सभी तेरह लड़कियाँ उसके चारों ओर घूमती रहीं और अपने-अपने पेय पदार्थों को बेहद उत्सुकता और खुशी के साथ उसे पेश करती रहीं. उन सब में सबसे पहिला मदिरा भरा प्याला भेंट करने वाली थी आज की ख़ास नई कमसिन लड़की.

निजी सचिव ने उसे झिनतुन से मिलवाया, “सर, यह आज रात की आपकी सुंदरी है. इसे स्वीकार करिये. बहुत जल्द यह पूरी तरह आपकी हो जाएगी. बस थोड़ा सा धैर्य रखें.”

झिनतुन अपने चारों ओर मंडराती अप्सराओं के झुण्ड के बीच खुद को पाकर बहुत खुश हुआ. खासकर वह नई लड़की से मंत्रमुग्ध हो गया था. वह खुद को एक ही समय प्लेबॉय और कैसेनोवा महसूस कर रहा था. उसने बारी-बारी प्रत्येक प्याली से एक-एक घूँट लेते हुए लड़कियों से छेड़-छाड़ शुरू कर दी. वह जानता था कि यह तो शुरुवात भर थी. आगे-आगे शाम को और रंगीन करने के लिए तरह-तरह के नशों के कई राउंड और अन्य अद्भुत यौन गतिविधियों के भोग भी पेश किये जायेंगें.

जल्द ही उसे अति उत्साह की अनुभूति होने लगी. वह नशे में मस्त था.

पार्टी शुरू होने के कुछ पंद्रह-बीस मिनट बीत गए. शक्ति विला के बाहर था. उसने एक चीख सुनी जिसके बाद विला के अंदर से लड़कियों की जबरदस्त हँसी और खिलखिलाने की आवाजें आने लगीं जो थमने का नाम नहीं ले रहीं थीं.

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१ मई.

ज़हीन की पत्नी ने बादशाह मारामार को फ़ोन किया. उसने कहा, “यहाँ एक बहुत बुरी खबर है. मेरे पति मृत्युशैया पर हैं. वे एक घातक बीमारी से पीड़ित थे. लेकिन डॉक्टरों को बीमारी का सही कारण समझ नहीं आया. इस सप्ताहांत अचानक इस बीमारी ने एक घातक मोड़ ले लिया. उपस्थित डॉक्टरों द्वारा सर्वोत्तम उपचार के बावजूद उनकी हालत खराब हो रही है. डॉक्टरों ने सभी आशाओं को छोड़ दिया है और मुझे उनके जीवन के लिए प्रार्थना करना शुरू करने की सलाह दी है. कृपया जल्दी कीजिये और हमारे घर आ जाइये. मेरे पति आपको और शरीफयार को व्यक्तिगत रूप से उच्चतम महत्वपूर्णता के कुछ गुप्त कागजात सौंपना चाहते हैं. उनके अनुसार ये कागजात किसी अन्य व्यक्ति के हाथों में नहीं पड़ने चाहिए.”

“मैं उनकी चिंता को समझता हूँ. वह एक सच्चे राजनेता हैं. देखिये न, मृत्यु-मुख में होने के बावजूद भी उनके लिए राष्ट्र की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है. मैं जल्द ही वहाँ पहुँच रहा हूँ, मैडम. मुझे आपके पति की चिंता समझ में आती है. मैं शरीफयार को आपके घर पहुँचने के लिए कहूंगा. आशा है कि आपके घर में हमेशा की तरह सबसे उच्चतम सुरक्षा का बंदोबस्त तैनात होगा ही. इसलिए शरीफयार और मुझे इस बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है.”

"जी हाँ. हमारा घर पूरी तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा की उच्चतम श्रेणी के साथ संरक्षित है."

"अच्छा, शरीफयार और मैं अगले पंद्रह मिनट में वहाँ पहुँच जाएंगे,” बादशाह मारामार ने घोषणा की.

एक पल के लिए मारामार ने सोचा कि शरीफयार को इस मामले में शामिल ही न किया जाए. वह जानता था कि शरीफयार उससे दूर होता जा रहा था. हाल ही में उसने शरीफयार की वफादारी पर संदेह करना शुरू कर दिया था. लेकिन वह शरीफयार के इरादों के बारे में अपने ज्ञान का कुछ भी संकेत शरीफयार या किसी और को नहीं देना चाहता था. फिर अगले कुछ दिनों में वह अपने देशवासियों को शरीफयार के गलत कारनामों के बारे में बताकर आश्चर्यचकित करना चाहता था. उसने सोचा कि वह जल्द ही शरीफयार को देशद्रोही घोषित कर देगा और उसे उसकी विभिन्न नापाक हरकतों के लिए सलाखों के पीछे डाल देगा.

उसने आखिरकार शरीफयार को बुलाने का फैसला किया और उसे ज़हीन के निवास स्थान पर शीघ्र पहुँचने के लिए कहा.

फिलहाल मारामार और शरीफयार बीमार ज़हीन के मास्टर बेडरूम में ज़हीन के बिस्तरे के निकट रखी दो आरामदायक कुर्सियों पर बैठे थे. उनके चेहरों पर इस गंभीर परिस्थिति के अनुकूल लगने वाले विषादपूर्ण हाव-भाव छाये हुए थे. किन्तु असल में वे साफ़ बनावटी और नाटकीय थे.

ज़हीन की पत्नी ने अपने दो मेहमानों को ताजे फलों का रस पेश किया.

“कृपया इन औपचारिकताओं में न पड़ें. हम जल्दी से महत्वपूर्ण काम पूरा करेंगे और आपके पति को आराम करने के लिए छोड़ देंगे,” मारामार ने निवेदन किया. शरीफयार ने इसका अनुमोदन किया.

"यह कोई औपचारिकता नहीं है. वास्तव में मैं आपका एहसान चाहती हूँ. क्या मैं आपसे मेरे पति के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए टोस्ट पेश करने का अनुरोध कर सकती हूँ?”

मारामार और शरीफयार ज़हीन की पत्नी द्वारा किए गए अनुरोध को अस्वीकार नहीं कर सके. उनका साथ देने के लिए ज़हीन की पत्नी ने ज़हीन को एक छोटा गिलास दिया और एक अपने पास रखा. उन तीनों ने अपने-अपने गिलास ऊपर उठाये और ज़हीन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. फिर उन्होंने जूस पिया.

ज़हीन कुछ भी बोल पाने में बहुत कमजोरी महसूस कर रहा था. उसने मुस्कराने की कोशिश की और अपनी कृतज्ञता जाहिर की.

ज़हीन की पत्नी ने कहा, "कृपया अपने जूस का आनंद लें. कृपया इस सुराही में से और जूस लें.” उसने ताजे रस से भरे एक जग की ओर संकेत किया. उसने उनके सामने सूखे मेवों का एक थाल भी रखा. “इस बीच मैं घर में स्थित अपने पति के दफ्तर वाले कमरे में जाऊंगी और उन कागजात को हासिल करूंगी जो वह आप लोगों को सौंपना चाहते हैं.”

उसने उन्हें ज़हीन के साथ अकेला छोड़ दिया और ज़हीन के घर के कार्यालय की ओर चली गई.

मारामार और शरीफयार ने कुछ आधिकारिक मामलों पर एक दूसरे के साथ आदान-प्रदान किया. उन्होंने शांति बनाए रखने के लिए धीरे से बातें कीं. ज़हीन ने अपनी आँखें मूँद लीं और आराम करने लगा.

जब ज़हीन की पत्नी वापस लौटी, तो उसने उन्हें उनकी कुर्सियों पर नहीं पाया.

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१ मई.

आज रात की उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन उनान में राष्ट्रपति के अवकाश गृह में किया गया था. यह एक सुंदर ग्रामीण इलाके में वास्तुकला की एक विशेष कृति थी. यह शहर की व्यस्त दिनचर्या से हटकर उनान के राष्ट्रपति के लिए आधिकारिक विश्राम स्थल था. इसके चारों ओर बनी खंदक इसकी रक्षा करती थी. इसके अलावा, अवकाश गृह को एक परिष्कृत इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा प्रणाली के साथ सज्जित किया गया था.

उत्तम का नया नाम अब बलवान था. अपने नए भेष में और अपने नए नाम के साथ वह राष्ट्रपति के साथ दिन के चौबीसों घंटे रहता था. हाल ही में हुए बम विस्फोटों ने राष्ट्रपति को बेहद परेशान, बेचैन और पागल जैसा बना दिया था. आज रात भी उत्तम, अब बलवान, राष्ट्रपति करप्टकिन के साथ वेकेशन होम पहुँचा.

वेकेशन होम के शानदार सम्मेलन कक्ष में हार्डनट्स (यूनिवर्सल केमिकल्स के सीईओ), डरपोक (न्यूप्लेस के अध्यक्ष) और विकी (न्यूप्लेस के रियल एस्टेट टाइकून) इंतजार कर रहे थे. उनके सहयोगियों ने एजेंडे से जुड़े विभिन्न आधिकारिक मामलों पर बैठक में क्या और कैसे बातचीत करनी है इसके बारे में उन्हें जानकारी और सलाहों से लैस करके इस मीटिंग में भेजा था. किन्तु प्रोटोकॉल के अनुसार वे सहयोगी इस तरह की शीर्ष स्तरीय बैठकों में शामिल नहीं होते हैं. इसलिए वे कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं थे. इस तरह की व्यवस्था हमेशा इस प्रकार की बैठकों में उपस्थित लोगों के व्यक्तिगत हितों के अनुकूल होती है जहाँ अनौपचारिक वार्ता औपचारिक वार्ता से अधिक महत्वपूर्ण होती है. और व्यक्तिगत हितों की ऐसी बातचीत में भाग लेने वाले ऊँचे महानुभाव पहले से ही इन मामलों के विशेषज्ञ थे और उन्हें इस मीटिंग में किसी भी सहयोगी की आवश्यकता नहीं होगी.

बैठक में आने से पहले हार्डनट्स और डरपोक ने विकी और उसके व्यवसाय की पूरी जाँच की थी. अपनी जाँच के बाद वे विकी की विश्वसनीयता से संतुष्ट थे.

एक-दूसरे से मिलने पर तीनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया और शुरुवाती औपचारिकताओं का आदान-प्रदान किया.

थोड़ी देर में राष्ट्रपति करप्टकिन ने सम्मेलन कक्ष में प्रवेश किया. उसके बाद व्यावसायिक विचार-विमर्श सही मायनों में शुरू हुआ.

करप्टकिन ने कमरे के कोने में खड़े उत्तम को इशारे से अपने पास बुलाया. वह उत्तम को उसके नए नाम बलवान से ही जानता था. वह उससे धीरे से बोला, "बलवान, क्या तुम हम सभी के लिए पेय की व्यवस्था कर सकते हो?"

उत्तम ने उसके बॉस के निर्देश का पालन शीघ्रता से किया.

उत्तम सुसज्जित बार की ओर गया. उसने एक ट्रे पर विभिन्न प्रकार के गिलास रखे और मदिरा-पान हेतु उनमें विभिन्न प्रकार के पेय डाले. उसने एक बड़े फ्रिज से कुछ स्नैक्स निकाले, उन्हें एक माइक्रोवेव ओवन में गर्म किया और उन्हें ट्रे में सजाई प्लेटों पर व्यवस्थित ढंग से रखा. फिर उसने बैठक के चारों प्रतिभागियों को ट्रे बारी-बारी पेश की.

डरपोक ट्रे पर मौजूद इतनी तरह की शराब देखकर बहुत खुश हुआ. उसने सराहना करते हुए कहा, "वाह! इसे सही आतिथ्य कहते हैं. उत्कृष्ट ड्रिंक्स के आपके चयन के लिए धन्यवाद, मिस्टर करप्टकिन.”

"मैं हमेशा उच्च दर्जे की चीजों और आतिथ्य में विश्वास करता हूँ, मिस्टर डरपोक," करप्टकिन ने जोर-शोर से कहा. “सज्जनों, हम अब मीटिंग शुरू करते हैं. मैं चाहता हूँ कि हमारी चर्चा ऐसे नतीजों पर पहुँचे जिससे सबका लाभ हो.”

लगभग दस मिनट के अंतराल के बाद सम्मलेन कक्ष में दर्शक के भाँति उपस्थित उत्तम को करप्टकिन, हार्डनट्स और डरपोक के एक दूसरे के साथ कर रहे संभाषण में अस्पष्टता झलकने लगी. उनके शब्दों के उच्चारण स्पष्ट नहीं थे. वे काफी हद तक नशे में थे. विकी अभी भी बहुत शांत था और उसे नशा नही चढ़ा था.

अचानक एक पिस्तौल की गोली का शोर कमरे में गूंज गया.

शूटर कोई और नहीं बल्कि उत्तम ही था. उसने उन पर अपनी पिस्तौल का निशाना बनाया और चेतावनी दी, "हिलो मत. थोड़ी सी हलचल का मतलब होगा तुम लोगों की तुरंत मौत. किसी भी प्रकार की स्मार्टनेस न दिखाएँ. मैं एक प्रशिक्षित बॉडीगार्ड हूँ और आप जानते हैं कि इसका क्या मतलब होता है.”

उत्तम आगे बढ़ा. उसने कमरे के बीच रखी मेज पर सफ़ेद कागजों वाला कानूनी दस्तावेजों का एक गट्ठा रख दिया. उसने आदेश दिया, “ये कागज और कलम हैं. ये पेपर के चार सेट हैं. मिस्टर विकी को छोड़कर आप में से हर एक इन  दस्तावेजों के प्रत्येक पृष्ठ पर सभी चार सेटों पर हस्ताक्षर करेगा. जो कोई भी मेरे आदेशों का पालन नहीं करेगा उसे अपनी जान गँवानी पड़ेगी. मैं उस व्यक्ति को निर्दयता से गोली मार दूंगा.”

"लेकिन हमें बताएँ कि ये ऐसा क्या है जिस पर आप हमसे साइन करवाना चाहते हैं," हार्डनट्स ने पूछा. स्पष्ट रूप से, उसका मकसद, कुछ वक्त जाया करना था.

"हार्डनट्स, बकवास बंद करो और जल्दी से दस्तखत करो.” उत्तम ने हार्डनट्स के सिर पर पिस्तौल तान रखी थी.

उनके पास हस्ताक्षर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने तुरंत हस्ताक्षर कर दिए. उत्तम ने कागजात एकत्र किए और उन्हें अपनी हिफाजत में ले लिया.

फिर उसने कहा, "मैंने इन दस्तावेजों को कानूनी रूप देने के लिए आवश्यक आधिकारिक मुहरों का आयोजन पहले से ही कर लिया है. मैं स्टैंपिंग करवा लूंगा. वे तब हमारे ग्रह के किसी भी न्यायालय में मान्य होंगे.”

उसने अलविदा कहा और दरवाजे की ओर दौड़ पड़ा. उसने बाहर से दरवाजा बंद किया और इसके पहले कि कमरे में बैठे चार लोग कोई कार्यवाही कर सके, वह जा चुका था.

विकी ने उन तीनों की ओर प्रश्न-चिन्ह के साथ देखा और पूछा, "यह सब क्या था?"

वे जवाब देने की स्थिति में नहीं थे.
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1. सीमाओं के परे: एक अलग प्रेम कहानी   https://loveknowsnobounds-hindi.blogspot.com/2018/06/blog-post.html
3. The Peace Crusaders: https://peacecrusaders.blogspot.com/2014/11/the-peace-crusaders-chapter-2.html
4. Management Anecdotes (Funny and Not So Funny Short Stories): https://management-anecdotes.blogspot.com/
5. Stories for Children: https://stories-children.blogspot.com/
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Books by Shyam Bhatawdekar and Dr Kalpana Bhatawdekar

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Management, Business, Self-help and Personality Development Books

1. HSoftware (Human Software) (The Only Key to Higher Effectiveness)
2. Sensitive Stories of Corporate World (Management Case Studies)
3. Sensitive Stories of Corporate World Volume 2 (Management Case Studies) (Volume 2)
4. Sensitive Stories of Corporate world (Volumes 1 & 2 Combined) (Management Case Studies)
5. Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
6. Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers (Volume 2)
7. Classic Team Building Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
8. 101 Classic Management Games, Exercises, Energizers and Icebreakers
9. Stress? No Way!! (Handbook on Stress Management)
10. HSoftware (Shyam Bhatawdekar’s Effectiveness Model)
11. Competency Management (Competency Matrix and Competencies)
12. Soft Skills You Can’t Do Without (Goal Setting, Time Management, Assertiveness and Anger Management)
13. Essentials of Work Study (Method Study and Work Measurement)
14. Essentials of Time Management (Taking Control of Your Life)
15. Essentials of 5S Housekeeping
16. Essentials of Quality Circles
17. Essentials of Goal Setting
18. Essentials of Anger Management
19. Essentials of Assertive Behavior
20. Essentials of Performance Management & Performance Appraisal
21. Essentials of Effective Communication
22. Health Essentials (Health Is Wealth)
23. The Romance of Intimacy (How to Enhance Intimacy in a Relationship?)

Novels, Stories, Biographies and Travelogues

24. The Peace Crusaders (Novel: how the peace crusaders established permanent peace on a war strewn planet?)
25. Love Knows No Bounds (Novel: refreshingly different love story. Also available with the title “Good People”)
26. Funny (and Not So Funny) Short Stories
27. Stories Children Will Love (Volume 1: Bhanu-Shanu-Kaju-Biju and Dholu Ram Gadbad Singh)
28. My Father (Biography)
29. Travelogue: Scandinavia, Russia
30. Travelogue: Europe
31. Travelogue: Central Europe
32. सीमाओं के परे: एक अलग प्रेम कहानी (Hindi version of “Love Knows No Bounds”)
33. अमन के सिपाही (Hindi version of  “The Peace Crusaders”)

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