अध्याय १०

सेहर के सशस्त्र बलों का प्रमुख शरीफयार था. वह ग्रह के सबसे धूर्त, पाखंडी और दुष्ट व्यक्तियों में से एक था. वह इस कदर जहरीला प्रतिशोधी व्यक्ति था कि वह जल्द ही सेहर की स्थानीय भाषा में कट्टरखूनी अर्थात कट्टर हत्यारे के रूप में प्रसिद्ध हो गया. वह उन सभी लोगों से बदला लेता था जो उसकी धार्मिक मान्यताओं का मजाक उड़ाते थे. हाल ही में उसने  हेनोथेनिक्स धर्म वाले अल्पसंख्यक संप्रदाय के बारह लोगों को मार डाला क्योंकि उन्होंने देश के मुख्य धर्म एगोथेनिक्स से संबंधित एक महिला को छेड़ा था.

सेहर के लोग मुख्यतः दो धार्मिक संप्रदायों के थे. जिन लोगों का मानना ​​था कि अंडा पहले आया वे एगोथेनिक्स धर्म को मानते थे. दूसरे लोग जो यह मानते थे कि मुर्गी अंडे से पहले आई वे हेनोथेनिक्स नामक धर्म का पालन करते थे. सेहर में हेनोथेनिक्स अल्पसंख्यक थे.

ग्रह बर्थ के पूर्वी गोलार्ध में अधिकांश देशों में रहने वाले लगभग सभी लोगों को हेनोथेनिक्स में विश्वास था. बर्थ के मध्य भाग में स्थित देशों की बड़ी आबादी ने एगोथेनिक्स को अपने धर्म के रूप में पालन किया. पश्चिमी गोलार्ध में एक ही धर्म देशयोग का बोलबाला था.

शरीफयार उस प्रकार का व्यक्ति नहीं था जो वह बाद में बना. उसका नाम शरीफयार उसके लिए एकदम सही था. शरीफयार का अर्थ सेहर की स्थानीय भाषा में होता है एक सुसंस्कृत व्यक्ति. उसके नाम के कट्टरखूनी उपनाम में परिवर्तन के लिए जो घटनाएँ जिम्मेदार थीं, वह उसे अभी भी भयभीत करती थीं. वह उन्हें अब तक भूला नही था. वह हर पल उन बुरे अनुभवों को जीता था और वे अनुभव उसे एक दिन में सौ बार मार डालते थे.

जेलर का कठोर और क्रूर व्यक्तित्व अभी भी शरीफयार के दिमाग में काफी ज्वलंत था. जेलर ने उसकी कोठड़ी के लोहे के गेट को खोला, वह उस पर थूका और गाली दी, “तुम गंदे हो, एगोथेनिक हरामी! हम इन सात दिनों के कारावास में तुम्हारे जीवन को दुखी करने जा रहे हैं. तुम अपने देश की तुच्छ भाषा में अपने एगोथेनिक ईश्वर की प्रार्थना करना भूल जाओगे. अब हम फिर से तुम्हे यातना देना शुरू करें, उससे पहले इस गंदगी को खा लो.” फिर उसने खाने से भरी थाली को आगे बढ़ा दिया जिसमें दुर्गंध आ रही थी.

उसने दोबारा पूछा, "क्या तुम आरोप स्वीकार करते हो? बेहतर होगा कि अदालत में तुम अपना गुनाह क़बूल करो.”

अपने कटे-फटे चेहरे और होंठों के कारण शरीफयार गंभीर दर्द में था. जेल में लाने से पहले पुलिस ने उसे प्रताड़ित किया था. उसने किसी तरह खुद को संभाला और बोला, "मैं निर्दोष हूँ.”

जेलर ने उसे लात मारी, एक बार फिर उसके चेहरे पर थूका और चला गया. शरीफयार ने बेहद अपमानित और क्रोधित महसूस किया.

एक सप्ताह के भीतर वह अदालत में मुकदमे का सामना कर रहा था.

न्यायाधीश ने पूछा, "क्या आप अपने नस्लवादी व्यवहार के लिए अपने आप को दोषी स्वीकार करते हैं?"

"मैं बेक़सूर हूँ. मैं नस्लवादी या जातिवादी नहीं हूँ. वास्तव में, इसके विपरीत, मेरे पर आरोप लगाने वाले मेरे तीनों सहपाठी नस्लवादी हैं. वे बिगलैंड के नागरिक हैं. वे कुछ बहुत प्रभावशाली राजनेताओं के बेटे और बेटियाँ हैं. उन्हें मेरा इस देश में रहना पसंद नहीं है और वे मेरे धर्म, मेरे रंग और मेरी भाषा से नफरत करते हैं. वे जोर देकर कहते हैं कि मैं अपने देश सेहर लौट जाऊँ. वे मुझे परेशान करते रहते हैं.”

“लेकिन चश्मदीदों ने शपथ पर गवाही दी है कि आप उन पर चिल्लाए और गालियाँ दीं. आपने उनके हेनोथेनिक्स धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी की. आपने यह कहकर उनका अपमान किया कि वे एक हीन जाति और रंग के हैं. आपने उनकी मातृभाषा का मज़ाक उड़ाया जो हमारे देश की आधिकारिक भाषा भी है. मेरे पास ऑडियो-रिकॉर्डिंग भी है. आपके पास कोई चश्मदीद गवाह नहीं है और आपने किसी वकील को भी आपकी तरफ से पैरवी करने के लिए नियुक्त नही किया है. यहाँ तक ​​कि आपके दूतावास से आपके देश के राजनयिक भी आपके समर्थन में नहीं आए हैं, हालाँकि आपकी आपराधिक संलिप्तता की सूचना उन्हें भेजी गई थी.”

“मैंने किसी वकील को नियुक्त नहीं किया है क्योंकि मैं उसकी फीस नहीं चुका सकता. अदालत द्वारा मुझे दिए गए वकील ने जोर देकर कहा कि मुझे दोषी होने का इकरार करना पडेगा. मैं उस तरह का वकील चुनना नहीं चाहता. मैं मानता हूँ कि मेरे पास कोई चश्मदीद गवाह नहीं हैं.”

शरीफयार उसके खुद के प्रति उसके देश के दूतावास और उसके देश के अलगाव पूर्ण रवैये पर सख्त नाराज़ था. अपनी बार-बार की दलीलों के बावजूद उसे दूतावास के राजनयिकों और अपने देश सेहर में बादशाह मारामार के सचिवालय से कोई अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं मिली. उन्होंने उसे मंझधार में छोड़ दिया था. वह पूरी तरह से असहाय महसूस कर रहा था.

फिर भी वह जज के सामने अपने बयान पर कायम रहा. उसने कहा, “मुझे अपने देश के अधिकारियों से भी कोई समर्थन नहीं है. उन्होंने मेरी याचिकाओं का जवाब नहीं दिया है. मैं इसे स्वीकार करता हूँ. लेकिन मैं दोहराता हूँ कि मैं निर्दोष हूँ.”

“मुझे डर है महानुभाव कि मैं आपके अपराध को माफ़ नहीं कर सकता. आपने एक गंभीर अपराध किया है. लेकिन हमारे विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति पर एक छात्र होने के नाते हम आपसे निष्ठापूर्वक व्यवहार करेंगे. आपको हमारे देश से तुरंत निर्वासित कर दिया जाएगा और यहाँ कभी वापस नहीं आने दिया जाएगा.” न्यायाधीश ने अपना फैसला सुनाया. “और हाँ, जिस तरह से आप हमारी भाषा बोलते हैं उसकी गुणवत्ता बहुत खराब है. व्याकरणिक रूप से काम-चलाऊ होने के बावजूद आपके उच्चारण बहुत गलत हैं. मुझे आश्चर्य है कि आपको हमारे विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति कैसे मिली.” इतना  बोलकर न्यायाधीश ने अदालत को मुल्तवी कर दिया.

पुलिस शरीफयार को कॉलेज के परिसर में ले गई जहाँ उसके प्रोफेसर और साथ ही कॉलेज के निर्देशक पहले से ही उनका इंतजार कर रहे थे. उन्होंने संस्थान की तरफ से अपना रुख स्पष्ट करते हुए उसे कॉलेज से निकाले जाने का आधिकारिक पत्र सौंपा. उन्होंने उसे निर्वासन का आदेश देने वाले फैसले की प्रति भी दी. निर्देशक ने उसे उपहार के रूप में एक उपदेश दिया, "मिस्टर, कभी भी दूसरों के धर्म, जाति, रंग और भाषा पर टिप्पणी करने की हिम्मत मत करना. अपने देश में वापस भागो और वहीं अपना भाग्य आजमाओ.”

जब वह अपने देश में अपने घर लौटा तो उसे निर्देशक द्वारा कही गई हर बात याद आई. उसने अपने एगोथेनिक्स धर्म की पवित्र पुस्तक पर शपथ ली, “मैं एक साधारण व्यक्ति था जो इस वास्तविकता से बेखबर था कि घृणा पैदा करने और उसे बढ़ावा देने के लिए संगठित धर्मों का उनके कुछ लोगों द्वारा दुरुपयोग किया जा सकता है. यद्यपि मैं निर्दोष था परन्तु दूसरे धर्म और नस्ल के लोगों ने मेरे साथ अन्याय किया. इस अन्याय की वजह से अब मैं एक अलग व्यक्ति बन चुका हूँ. मैं अब उन सभी को दंडित करूंगा और समाप्त करूंगा जो मेरे धर्म, मेरे रंग, मेरी नस्ल, मेरी जाति और मेरी भाषा के बारे में बुरा बोलेंगे. ऐसा करने के लिए मुझे ताकतवर और सशक्त बनना जरूरी है. इसे हासिल करने के लिए मैं देश के सशस्त्र बलों या पुलिस में जल्द ही एक शीर्ष आधिकारिक पद हासिल करने की कोशिश करूंगा.”

जाहिर तौर पर बिगलैंड के अधिकारियों ने उसे अपमानित किया था और इसलिए वे उसके नंबर एक के दुश्मन बन गए थे. उसने बिगलैंड और हर उस देश के प्रत्येक नागरिक को दंडित करने का भी फैसला किया जो उसके धर्म या नस्ल को नीचा दिखाएगा या बदनाम करेगा.

बर्थ ग्रह पर एक और व्यक्ति कट्टरपंथी और अतिवादी बन गया था.

वह अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सेहर के सशस्त्र बलों का प्रमुख बनने का प्रयास करता रहा. एक दिन ऐसा आया जब बादशाह मारामार ने उसे अपने देश के सशस्त्र बलों का प्रमुख नियुक्त किया.

शरीफयार को जल्द ही यह स्पष्ट हो गया कि वह बादशाह मारामार के प्रति वफादार नहीं रह सकता. उसने एक बार उसके एक वफादार और विश्वासपात्र सेना अधिकारी से जिक्र किया था. उसने कहा था, “बादशाह मारामार हालाँकि एक एगोथेनिक है किन्तु वह एक हेनोथेनिक की तरह व्यवहार करता है. मैं बादशाह के स्तर पर इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं करता. इससे भी बदतर, वह बिगलैंड और उसके अध्यक्ष गुशनेल के साथ मिला हुआ है. वे हमारे दुश्मन नंबर एक हैं. मारामार ने हमारे देश के तेल के कुएँ गुशनेल को कौड़ियों के दाम बेचे हैं और हमारे लोगों को गरीब और सिर्फ गरीब बना रहा है.”

शरीफयार मारामार से अपनी घृणा का एक और कारण अपने उस विश्वासपात्र अधिकारी से साझा करना चाहता था लेकिन अपने आप को रोक लिया. परन्तु मन ही मन में वह उस कारण को खुद को याद कराने से रोक न सका. “मुझे मारामार के साथ मेरे व्यक्तिगत मसले पर दो-दो हाथ करने हैं. जब मेरे खिलाफ नस्लवाद के आरोपों पर बिगलैंड की अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा था तब उसने मुझे अकेला छोड़ दिया था. मारमार के कार्यालय से कोई भी मेरे बचाव में नहीं आया. मारामार को इसके बारे में पता था या नहीं यह एक अलग मुद्दा है. परन्तु वह निश्चित रूप से सेहर में भ्रष्टाचार और उदासीनता की ऐसी सड़ी हुई संस्कृति बनाने के लिए जिम्मेदार है. मुझे इसके लिए भी उसे दंडित करना जरूरी है.”

“लेकिन साहब, आप खुद भी तो गुशनेल के साथ घनिष्ठ संबंध बना रहे हैं. आप दोनों में काफी दोस्ताना है,” शरीफयार के विश्वासपात्र ने कहा.

बिगलैंड में अपमानित होने की घटना शरीफयार को हर रोज चौबीसों घंटे प्रताड़ित करती रहती थी. "मुझे उस देश और उसके लोगों को नष्ट कर डालना है." वह सपनों में भी यही सोचते रहता था.

उसके दिमाग पर मंडरा रहे इस तरह के विचारों के चलते उसने अपने विश्वासपात्र अधिकारी को जवाब दिया, “हाँ तुम सही हो. मैं गुशनेल के साथ दोस्ती बढ़ा रहा हूँ. लेकिन यह दोस्ती मुख्य रूप से उसे और उसकी सेना को हमारे अपने लाभ के लिए उपयोग में लाने के लिए है. मैं सबसे पहले बादशाह मारामार को गद्दी से उतारने के लिए बिगलैंड की सेना का उपयोग करूंगा, देश का सुप्रीमो बनूंगा और फिर गुशनेल को मेरी शर्तें मनवाने के लिए मजबूर करूंगा. हालिया ख़ुफ़िया जानकारी से मुझे गुशनेल और मारामार के बीच एक गंभीर कलह के बारे में पता चला है.”

"क्या उन दोनों के बीच की घनिष्ट व्यक्तिगत मित्रता समाप्त हो चली है?”

"निश्चित. हाँ," शरीफयार ने पुष्टि की. "बादशाह मारामार का तख्तापलट करने की हमारी योजना में बिगलैंड की सेना हमारा साथ देगी. तुम तख्तापलट के लिए चल रही हमारी तैयारियों के बारे में जानते ही हो. लेकिन हमें इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए बिगलैंड की सेना की आवश्यकता पड़ेगी.”

"लेकिन तब गुशनेल और उसकी सेना को विजेता के रूप में देखा जाएगा और वे हम पर शासन करेंगे.”

“हाँ, वे हमारा समर्थन लेकर युद्ध में हमारे देश को हरा देंगे. लेकिन यहाँ युद्ध के बाद पैदा होने वाले गन्दे और पेचीदा माहौल और परिस्थितियों से निपटने के लिए वे हमें आगे कर देंगे और देश की बागडोर हमें सौंप देंगे. उन्हें दिन-प्रतिदिन के प्रशासन में कोई दिलचस्पी नहीं है. वे बस हमारे तेल में रुचि रखते हैं और देश के पुनर्निर्माण की आड़ में भी वे बड़ा मोटा धन कमाएंगे. इसलिए वे ऐसी सरकार स्थापित करना चाहेंगे जो उनके अधीन हो. गुशनेल और मेरे बीच की व्यवस्था पारस्परिक है. अगर वह मुझे सुप्रीमो बनाता है तो अपने देश और उसके संसाधनों के साथ वह जो भी करना चाहे मैं उसे वैसा करने की अनुमति दूंगा.”

"क्षमा करें, यह कहने के लिए सर. लेकिन फिर तो उसने आपको भी खरीद लिया है. ऐसा महसूस हो रहा है कि आप हम पर बिगलैंड द्बारा किये गए सभी आर्थिक अत्याचारों को भूल गए हैं. वास्तव में ऐसा लगता है कि आप हमारे बादशाह के तरीकों को जारी रखने वाले हैं.”

"नहीं. जैसे ही मैं सुप्रीमो बनूंगा मैं बिगलैंड को नष्ट करने का अपना असली कार्यक्रम शुरू करूंगा. मैं सभी एगोथेनिक देशों का समर्थन हासिल करने के लिए शीघ्रता से कार्य करूंगा ताकि बिगलैंड, उनान और अन्य हेनोथेनिक देशों को आतंकित किया जा सके.”

शरीफयार ने विश्वासपात्र अधिकारी की आंखों में झाँका. वह आवेशित दिखाई दिया. अधीनस्थ सेना अधिकारी की नज़रें प्रशंसा-भरी थीं जैसे कि वे उसे उसकी बातें जारी रखने के लिए आमंत्रित कर रहीं हों.

इसलिए उसने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, "आतंक के हमारे कार्य उन्हें बुरी तरह से अपमानित करेंगे. लेकिन आतंक के हमारे कृत्यों को आतंकवाद का कार्य नहीं कहा जाएगा क्योंकि मैं उन्हें एक देश के वैध प्रमुख की हैसियत के तहत अंजाम दूंगा. इसके अतिरिक्त मैं उन पर आर्थिक प्रतिबंध लगाऊंगा. पहले वे हम पर प्रतिबंध लगाते थे. अब हमारी बारी है. हम तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में बहुत समृद्ध हैं. उनकी मूर्खतापूर्ण आर्थिक नीतियों के कारण उनके संसाधन सूख गए हैं. उनका मानना ​​है कि जब लोग उपभोग करते हैं तो अर्थव्यवस्था बढ़ती है. कितनी बड़ी मूर्खता वाली सोच? इसलिए अब वे हमारे बिना नहीं रह सकते. वे अंततः हमारे पास भीख मांगने आएंगे. जब वे घुटने टेक देंगे और दया की भीख माँगेंगे, मैं उन गधों को मारूंगा और उनके चेहरे पर थूक दूंगा.”

फिर वह मन ही मन बोला, "मेरा बदला तो तब ही समाप्त होगा."

वह इस काल्पनिक जीत के बारे में सोचकर बहुत संतुष्ट और आनंदित हुआ. वह ठहाके मारते हुए जोर-जोर से हँसने लगा. वह अति-उन्मादित था. लगभग पागल. उसका विश्वासपात्र अधिकारी उसके बॉस की उन्माद-पूर्ण हँसी का वास्तविक कारण जाने बिना उसकी हँसी में शामिल हो लिया.

शरीफयार ने अपने विश्वासपात्र को उसे अकेला छोड़ने का आदेश दिया. उसने कहा, “मैं थोड़ी देर आराम करना चाहता हूँ. कृपया बादशाह के शासन से निपटने के लिए आवश्यक जनता के समर्थन को मजबूत करने के अपने कार्य को आगे बढ़ाएँ.”

शरीफयार ने फिर वही सपना देखा जो वह अक्सर देखा करता था लेकिन खुली आँखों से:

बिगलैंड की उस जेल के जेलर को जहाँ उसे सलाखों के पीछे डाल दिया गया था, बिगलैंड की अदालत के उस जज को जिसने उसे दोषी घोषित किया था और बिगलैंड के उस संस्थान के निर्देशक को जहाँ उसने कुछ समय के लिए अध्ययन किया था, इन सब को सेहर में लाया गया है. वे सलाखों के पीछे एक जेल में उसकी हिरासत में हैं. पूरे विश्व के टीवी चैनलों को उस एपिसोड का सीधा प्रसारण करने के लिए आमंत्रित किया गया है जो अब शुरू होने होने वाला है.

उस एपिसोड में यह दिखाया जाएगा कि शरीफयार जेल का फिसलने वाला लोहे का गेट खोलता है जहाँ जेलर, जज और निर्देशक को कैद में रखा गया है. फिर वह उनकी आँखों में देखता है, उन्हें जोरदार थप्पड़ मारता है, उनके चेहरे पर थूकता है और चीख कर कहता है, “तुम गंदे, हेनोथेनिक कमीनों! तुम तीनों को न केवल मेरे देश से बल्कि हमारे ग्रह से पूरी तरह से निर्वासित किया जाएगा और कभी भी यहाँ वापस नहीं आने दिया जाएगा. तो तैयार हो जाओ अपना सिर कलम करने के लिए. पूरी दुनिया इस भव्यता को लाइव देखेगी. मिस्टर, कभी भी मुझसे और मेरे धर्म, जाति, रंग और भाषा के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत मत करना. और वैसे भी तुम तीनों मेरी मातृभाषा को बेहद खराब ढंग से बोलते हो. तुम पर शर्म आती है. तुम्हारे उच्चारण हास्यास्पद हैं और व्याकरण एकदम खराब है. मुझे विश्वास है कि तुम तीनों इस ग्रह पर और अधिक समय तक जीने के योग्य नहीं हो.”

शरीफयार ने एक और सपना दोबारा देखा:

इस सपने में वह उनान, बिगलैंड, चिनहट और ऐसे उन्नत देशों के अध्यक्षों, प्रधानमंत्रियों और उनके चमचों की कल्पना करता है. चमचों में विशाल कंपनियों के सीईओ और उनके वित्तीय सलाहकार आदि भी हैं. वे सब सेहर के कारखानों में काम कर रहे हैं. वे कारखानों में अकुशल और अर्ध-कुशल मजदूरों की हैसियत से काम करने में लगे हुए हैं.

इन्ही देशों द्वारा तय किए गए आउटसोर्सिंग अनुबंधों के नियमों और शर्तों के अनुसार उन्हें उनके वेतन का भुगतान किया जा रहा है. इसलिए उन्हें जो मजदूरी मिल रही है वह उन्नत देशों के श्रमिकों की तुलना में कुछ तीस गुना कम है और उनके स्वयं के वेतन से कम से कम बीस हजार गुना कम है.

अपने सपने में वह कल्पना करता है कि वे सभी सचमुच भूख से मर रहे हैं क्योंकि वे अपने मज़दूरी में पर्याप्त भोजन नहीं खरीद सकते हैं. अंतिम दृश्य में वह उन्हें भुखमरी से मरने की कल्पना करता है.

और उनकी मौत से पहले वह मरने वालों को भाषण देता है. “हमारे लोगों के साथ कभी भी आर्थिक रूप से खिलवाड़ मत करो. वे तुम्हारे देशों के लोगों की तरह ही कड़ी मेहनत करते हैं. हमारे लोग जल्द ही एक पुनर्जागरण विद्रोह के लिए तैयार हो जाएंगे और ऐसा करके उन सभी लोगों को नहीं बख्शेंगे जिन्होंने कितने ही वर्षों से उनका शोषण किया है.”
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